अस्थमा होने पर क्या खाए – Asthma Diet
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भारत में अस्थमा के मरीज दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। जिसका सबसे बड़ा कारण है बढ़ता हुआ प्रदूषण।
अस्थमा सांस और फेफड़ो से जुड़ी बीमारी है जिसमे व्यक्ति के श्वास की नली में बलगम इकठ्ठा होने लगता है, जिससे वो संकुचित होने लगती है और जिस कारण व्यक्ति का सांस लेना और छोड़ना दोनों ही मुश्किल होने लगता है।
इसमें फेफड़े पूरी तरह से न तो ऑक्सीजन शरीर में ले पाते है और न ही कार्बोन डाईआक्साइड छोड़ पाते है जो अस्थमा जैसे प्राणघातक बीमारी का कारण बनता है।
अस्थमा होने के मुख्य कारण – Causes of Asthma
किसी दमा के मरीज के संक्रमण में आने से।
अनुवांशिक(genetic) कारण से।
हर वक्त सर्दी-जुखाम से ग्रसित रहने से।
वातावरण में तेजी से बदलाव होने के कारण।
प्रदूषित और धूल भरा वातावरण।
किसी पदार्थ से बार-बार एलर्जी होने के कारण।
किसी भी बीमारी से अगर जल्द से जल्द निजात पाना चाहते है तो उसे इग्नोर करने के बजाय उसका अच्छे से इलाज करे ताकि उस बीमारी की चपेट में आप दुबारा कभी आये ही नहीं।
अस्थमा हो जाने पर मरीज को अपना ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत है। कुछ खान-पान भी इस तरह के होते है जिससे आप अस्थमा से अपना बचाव कर सकते है।
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अस्थमा में क्या खाए – asthma diet
1. विटामिन-D युक्त चीज़े
जिन लोगों को अस्थमा की शिकायत होती है उनमे सबसे ज्यादा विटामिन-D की कमी पायी जाती है। इसलिए दमा के रोगियों को अपने खाने में विटामिन-D युक्त खाद्य पदार्थो को जरुर शामिल करना चाहिए।
विटामिन-D का सबसे अच्छा और प्राकृतिक स्रोत सूर्य की रोशनी है लेकिन सूर्य की रोशनी में 10 मिनट से ज्यादा रुकना आपकी स्किन के लिए हानिकारक हो सकता है।
इसलिए 10 मिनट से ज्यादा न रुके और जितना हो सके।
डेरी प्रोडक्ट्स का सेवन करे।
डेरी प्रोडक्ट्स, जैसे की, दूध, दही, मक्खन, पनीर आदि विटामिन-D, कैल्शियम और मिनरल जैसे खनिज पदार्थो से भरा हुआ है लेकिन कई बार दमा के रोगियों को इससे एलर्जी होती है तो डॉक्टर की सलाह जरुर ले।
2. एंटी-ओक्सिडेंट प्रॉपर्टीज युक्त चीज़े – asthma diet
अस्थमा के मरीजो को ज्यादातर अपने खाने में एंटी-ओक्सिडेंट युक्त चीजों का सेवन करना चहिये खासकर बीटा केरोटिन युक्त पदार्थ।
इन सब में मौजूद एंटी-ओक्सिडेंट शरीर में जाकर श्वास नली को संकरा होने से बचाता है और बलगम को जमने नहीं देता।
3. मैग्नशियम होता है जरुरी
अस्थमा के मरीजो के लिए मैग्नशियम बहुत ही उपयोगी होता है।
धूल कण सांस के जरिये फेफड़ो तक पहुंच जाते है जिस से श्वास नली में धूल की परत जम जाती है और इस वजह से फेफड़ो तक हवा पूरी तरह से नहीं पहुंच पाती है।
मैग्नशियम फेफड़ो और श्वास नली पर जमी गंदगी की परत को तेजी से साफ़ करता है।
अलसी, केला, खजूर, सोया, पालक और अंजीर में मैग्नशियम की मात्रा काफी अधिक होती है।
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4. सेलेनियम करे रक्षा बैक्टीरिया से – asthma diet
अस्थमा के होने का सबसे बड़ा कारण है हमारी इम्युनिटी के कमजोर हो जाना।
ऐसा तब होता है जब हमारे शरीर में सेलेनियम की कमी हो जाती है।
सेलेनियम शरीर में होने वाले हानिकारक बेक्टीरिया को खत्म करता है लेकिन इम्यून सिस्टम के कमजोर होने के कारण अस्थमा के जीवाणु बार-बार अटैक करने लगते है।
कच्चा लहसुन, मटर, दलिया, टमाटर और प्याज, धनिया सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थो के कुछ उदहारण है।
5. ओमेगा-3 फैटी एसिड – asthma diet
अस्थमा के मरीजो के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड बहुत ही असरदार होता है। इसके सेवन से अस्थमा के अटैक आने बंद हो जाते है।
इसके अलावा ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल को मजबूत बनता है और हमारी इम्युनिटी को बढ़ा कर मेटाबोलिज्म को कण्ट्रोल करता है और साथ ही सेल्स के ब्लोकेज को साफ़ करके ऑक्सीजन के प्रवाह को ठीक करता है।
अलसी के बीज, सरसों तेल, सोया से बने पदार्थ, अखरोट और बादाम और जामुन में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है।
उम्मीद करती हूँ आपके लिए ये आर्टिकल फायदेमंद सिद्ध होगा
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