Foods – 8 चीज़ें जो कभी नहीं खानी चाहियें
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हर इंसान की खाने पीने की आदत एक दूसरे से अलग होती है। कुछ लोग खाना अपने पेट भरने के लिए खाते हैं और कुछ सेहत बनाने के लिए, कई लोग खाने में बहुत ही परहेज करते हैं और कुछ सिर्फ टेस्ट ही ढूँढते हैं।
रोज खाने वाली चीजों और कभी कभी खाने वाली चीजों को लेकर हमारे मन में बहुत सारी गलत धारणाएं बनी हुई हैं।
ये धारणाएं क्यों बनती हैं?
इनका कारण हमारे आसपास के लोग और टेलीविजन के महंगे चैनल्स पर दिखाए जाने वाले एडवर्टाइजमेंट हैं, जो हमें खाने के केवल टेस्ट और फायदे के बारे में ही बताते हैं।
हमें उनके साइडइफेक्ट यानी नुकसान के बारे में कभी पता नहीं चल पाता, जिससे हमारे शरीर को बहुत ही हानिकारक नुकसान हो सकते हैं।
- जैसे, पेट से जुड़ी अलग अलग समस्याएं होना
- वजन बढ़ना
- दिमाग में बेकार के ख्याल चलते रहना
- काम के वक्त भीड़ और आलस का आना
- अचानक स्किन पर पिम्पल्स खुजली और इंफैक्शन होना
- रात को ठीक से नींद न आना
- स्ट्रेस का बढ़ना
- ब्लड प्रेशर बढ़ना
- आखों में कमजोरी आना
- कोलेस्ट्रॉल बढ़ना
- जोड़ों का दर्द और
- किडनी से जुड़ी समस्याएं सामने आती हैं।
ये सब बीमारियां हमारे खाने पीने की चीजों में गलत चीजों का अधिक सेवन करने से पैदा होती हैं।
जानते हैं, 8 ऐसी चीजें जिसका सेवन आपके शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक है और ऐसी चीजें जिसका सेवन हमें कम से कम करना चाहिए या फिर करना ही नहीं चाहिए।
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1. बेकरी प्रोडक्ट्स – Foods
बेकरी प्रोडक्ट्स में आते हैं रस बिस्किट कुकीज पेटीज और बहुत सारी चीजें। इन सब बेकरी प्रोडक्ट्स में फोर व्हाइट पॉइजन मिले होते हैं यानी शुगर साल्ट मैदा और हाइड्रोजेनेटेड घी यानी जमा हुआ सफेद घी, जिसे हम विलायती घी के नाम से भी जानते हैं।
हमारी सेहत के लिए मैदा ज़हर का काम करता है। मैदा प्रोडक्ट्स को अपनी डेली लाइफ में लेने से बॉडी का वजन दो गुना तक बढ़ सकता है।
इंसान को जल्दी कमजोर बना सकता है और उम्र के हिसाब से इंसान को जल्दी बूढ़ा बना देता है।
2. पिक्लज एंड चटनी
पिक्लज
पिकल यानी अचार जिसका सेवन हर घर में होता है। इसे खाने के साथ बहुत ही प्यार के साथ खाया जाता है।
चटनी का इस्तेमाल भी हम लोग कुछ ऐसे ही करते हैं।
बहुत से अचार लेने से हमारी पाचन शक्ति में बहुत प्रभाव पड़ता है। किसी भी भोजन के साथ अचार या चटनी को बड़ी मात्रा में खाने से हमारा पाचनतंत्र परेशान हो सकता है जिससे आपका शरीर नए भोजन में अनुकूल होने के कारण दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना द्वारा डायरिया से बचने के लिए उन्होंने अचार का सेवन करने से मना किया है। उन्होंने बताया कि अपने जीवन में अचार का लगातार सेवन करने से पेट में दर्द ब्लड प्रेशर किडनी की समस्या तथा गुप्त रोग तक की समस्या हो सकती है।
हां आयुर्वेद के अनुसार अगर अचार चटनी, कम नमक, कम मिर्च, कम तेल में बना हो तो, कम मात्रा में लेना अच्छा होता है, पर इसे सब्जी की तरह न खाएं।
3. मैकरोनी पास्ता नूडल्स – Foods
मैकरोनी, पास्ता, नूडल्स में बहुत ही उच्च कार्बोहाइड्रेट सामग्री का इस्तेमाल होता है जो आपके ब्लड शुगर लेवल के स्तर में उतार चढ़ाव कर सकता है।
इसको लगातार खाने के एक साल के अंदर ही डायबिटीज हो सकती है, मैकरोनी पास्ता नूडल्स को खाने से कब्ज भी हो सकता है जो हमारे पेट के लिए सही नहीं है।
इसमें भी मैदा ही होता है और मैदा हमारी सेहत के लिए होता है।
पास्ता मैकरोनी नूडल्स को खाने के लिए अधिक से अधिक सब्जियों का इस्तेमाल करें।
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4. सॉफ्ट ड्रिंक और सोडा
आज की इस दुनिया में सॉफ्ट ड्रिंक और सोडे ने हमारे जीवन में बहुत ही बड़ी जगह ले रखी है। हम बाहर जाते हैं तो कोल्ड्रिंक पीते हैं खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक पीते हैं एवं घर में कोई मेहमान भी आ जाता है तो उसका भी स्वागत हम कोल्ड ड्रिंक के साथ ही करते हैं।
क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया में एक दिन में कितनी कोल्ड ड्रिंक्स बेची जाती हैं।
तो जवाब है अनगिनत
कोल्ड ड्रिंक का टेस्ट तो हम सबको बहुत ही भाता है लेकिन इस से जुड़ी बीमारियां हमारे जीवन को नष्ट कर सकती हैं क्योंकि इसके अंदर जरूरत से ज्यादा शुगर और कैमिकल्स डाले जाते हैं।
कोल्ड ड्रिंक और सोडा में ऐसी एक भी चीज नहीं होती जिससे हमारे शरीर को फायदा मिलेगा। आपको शायद ये भी नहीं पता होगा कि कोल्ड ड्रिंक पीने से मोटापा और चर्बी बहुत तेजी से बढ़ती है, लेकिन इससे बनने वाले मोटापे की खास बात ये है कि मोटापा शरीर के अनचाहे भागों में ही बढता है।
एक रिसर्च से पता चला है जो लोग रोजाना कोल्ड्रिंक पीते हैं वो कोल्ड्रिंक में पाए जाने वाले फास्फोरिक एसिड के कारण उम्र से पहले ही बूढ़े हो जाते हैं और दिखने में भी अपनी उम्र से पांच छः साल ज्यादा लगते हैं।
5. पैक्ड जूस – Foods
आजकल मार्केट में हमें हर तरह के पैक्ड जूस मिल जाते हैं। पर क्या आपको पता है कि वो ओरिजिनल नहीं होते क्योंकि असली जूस तो कुछ ही मिनटों में खराब हो जाता है, परंतु ये उसे छह महीने तक अपने स्टोर में रखे रहते हैं।
ज्यादातर जूस फ्रेश फ्रूट्स की जगह पल्प से या फिर एसेंस से बनाए जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए खतरनाक साबित होते हैं।
इन पैक्ड जूस में शुगर का लेवल बहुत ज्यादा होता है जिससे हमारा वेट बहुत तेजी से बढ़ता है।
ऐसे जूस हमारी बॉडी को खाना डाइजेस्ट करने से रोकते हैं और पेट भी खराब करते हैं।
6. बासी कुक्ड राइस
चावल अगर दिन में गरम गरम यानी फ्रेश खाएं जाएं तो इनसे हमारी सेहत पर कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन अक्सर लोगों की आदत होती है रात के बचे हुए चावल अगले दिन खाने की।
रात के बचे हुए चावल अगले दिन खाने से जितना हमें लगता है उससे कई ज्यादा हानिकारक होते हैं। क्योंकि चावल पकने के बाद जब ठंडे हो जाते हैं तब उनके बैसिलस सीरियस नामक एक जीवाणु फैलने लगता है।
ठंडे चावल जब तक रखे होते हैं उतनी देर में यह जीवाणु पूरे चावलों को दूषित कर देता है और एक विषैला पदार्थ छोड़ देता है।
अगर आप सोच रहे हो के चावल को गरम कर खा लिया जाए तो आपकी जानकारी के लिए बता दें ये विषैला पदार्थ गरम करने पर भी चावलों से नहीं निकलता और इस तरह के खाने को खाकर फूड प्वाइजनिंग के होने के चांस बहुत बढ़ जाते हैं।
फूड पॉयजनिंग में उल्टी, दस्त, पेट दर्द की समस्या के साथ साथ सरदर्द और शरीर में ताकत की कमी भी महसूस होती है।
इसलिए इस प्रॉब्लम से बचने के लिए कोशिश करें चावल गरम गरम ही खाएं और अगर आप बासी चावल दोबारा इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उन्हें पकने के बाद पूरी तरह ठंडे होने से पहले ही एयरटाइट डिब्बे में बंद करके फ्रिज में रख दें लेकिन ऐसा सिर्फ घर में पकने वाले चावल के साथ ही करें।
बाहर से लाए हुए चावल दुबारा प्रयोग में ना करें।
7. कलर्ड फूड और ड्रिंक्स – Foods
अक्सर दुकानदार खाने पीने की चीजों को और अधिक अट्रैक्टिव बनाने के लिए उनमें फ्लेवर्ड कलर एड कर देते हैं।
इससे दिखने में तो खाना बहुत ही स्वादिष्ट लगता है पर असल में उसके हमारे शरीर के ऊपर बहुत नुकसान होते हैं।
ज्यादा कलरफुल खाने से हृदय यानी दिल संबंधित रोग हो सकते हैं। पेट की चर्बी भी बढ़ सकती है। बाजार में मिलने वाली ज्यादातर मीठी चीजें जैसे, केक, आइसक्रीम, जूस, ब्रेड, बर्फ का गोला या चॉकलेट्स इन सबमें आर्टिफिशल डाई का इस्तेमाल होता है और
मीठे के अलावा पैकिंग में मिलने वाले स्नैक्स और मसालों में भी आर्टिफिशल डाई का इस्तेमाल उन्हें लंबे समय तक ताजा और सुंदर दिखाने के लिए किया जाता है।
आर्टिफिशल कलर किसी भी तरह से इंसान के पेट में जाने के लिए बिल्कुल भी नहीं बनी है।
8. सोयाबीन ऑयल – Foods
सोयाबीन ऑयल हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। सोयाबीन का तेल या सोयाबीन की चीजों को ज्यादा खाने से phytoestrogens की मात्रा बहुत बढ़ जाती है जो कि बूढ़ों और महिलाओं दोनों के हार्मोन्स पर बहुत भयंकर रूप से प्रभाव डालती है।
हार्मोंस में खराबी आने पर थायराइड से लेकर गुप्त रोग और महिलाओं के रीप्रोडक्शन सिस्टम से जुड़ी समस्याएं होने का चांस बहुत बढ़ जाता है।
इसलिए खाना बनाते वक्त सोयाबीन आयल की जगह सरसों, नारियल या एक्स्ट्रा वर्जिन आयल का ही इस्तेमाल करें।
उम्मीद करती हूँ आपके लिए ये आर्टिकल फायदेमंद सिद्ध होगा