Natural remedies for asthma – अस्थमा से इलाज के घरेलु उपाय
Post Contents
अस्थमा यानि की दमा उन बीमारियों में से है जिसके कारण कई बार मरीजो की जान तक चली जाती है। दमा सांस से जुड़ी परेशानी होती है।
दमा होने का कारण – Causes for asthma
अनुवांशिक
अगर परिवार में किसी को अस्थमा होता है तो ये आगे की पीढ़ी को होने के चांसेस होते है।
एलर्जी के कारण
जिन्हें किसी भी तरह की धुल और धुएं से एलर्जी होती है उन्हें भी अस्थमा होने का खतरा होता है।
गर्भवस्था के दौरान
जो महिलायें गर्भावस्था के दौरान स्मोकिंग करती है या फिर ऐसे माहौल में रहती है तो उनके गर्भस्थ शिशु को भी अस्थमा होने का खतरा होता है।
छोटे बच्चो का अधिक मोटा होना
अगर छोटे बच्चे बहुत ज्यादा मोटे है तो उन्हें दमा होने का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा मोटापा सीधे बच्चों के फेफड़ो पर दुष्प्रभाव डालता है जिससे उनमे सांस से सम्बंधित बीमारियाँ होने का खतरा बढ़ जाता है।
दमा होने के लक्षण – Symptoms for asthma
- हमेशा जुखाम और खांसी की शिकायत रहना।
- सांस लेते वक्त हमेशा दम फूलना और कफ की शिकायत रहना।
- थोडा सा शारीरिक परिश्रम करने के बाद ही सांसो का तेजी से फूल जाना।
- अनायास ही दिल की धडकनों का तेजी से बढ़ जाना।
- सीने में दर्द होना और जकड़न महसूस होना।
- किसी भी हार्ड खुश्बू से बहुत ज्यादा छींक आना।
Read more, Hair Fall Control – बालों का झड़ना कैसे रोकें? क्या खायें? क्या लगाएं?
सांस से जुड़ी कई तरह की परेशानी होती है लेकिन अस्थमा एक ऐसी प्रॉब्लम है जिसका अभी तक कोई सटीक इलाज नहीं है।
दमा के रोकथाम के लिए सटीक घरेलु उपाय – Home remedies for asthma
1. Methi Dana tea for Asthma – Natural remedies for asthma
Ingredients
- मैथी दाना – एक चम्मच
- अदरक का जूस – एक चम्मच
- शहद – आधा चम्मच
- अजवायन – दो चम्मच
How to Prepare
एक टेबल स्पून मेथी दाना एक गिलास पानी में डाल कर उबाले।
मेथी को तब तक उबाले जब तक एक गिलास पानी करीब आधा न रह जाए।
इसके बाद पानी को छान कर अलग रख ले फिर इसमें एक चम्मच अदरक का जूस और आधा चम्मच शहद डाल कर अच्छे से मिक्स कर ले और फिर चाय की तरह धीरे-धीरे पिए।
इस ड्रिंक का सेवन रोजाना सुबह –शाम करना है। एक हफ्ते में ही अस्थमा से आपको राहत मिलने लगेगी।
अदरक में एंटी-ओक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी, गुण होते है जो की अस्थमा के दौरान हमारी सांस की नली में हुई सुजन को कम करके सांस की नली को खोलते है।
दमा के लिए अदरक का इस्तेमाल पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
दमा से बचाव के लिए अजवायन के फायदे – Ajvain – Natural remedies for asthma
अजवायन के पानी से भाप लेना भी अस्थमा में बहुत लाभ पहुंचाता है।
1 लीटर पानी में दो टेबल स्पून अजवायन और एक टेबल स्पून शहद डालकर करीब 10 से 15 मिनट तक उबाले।
इसके बाद किसी towel से अपना सर ढक कर पानी से उठते हुए भाप को सांस के जरिये अपने अंदर ले।
ऐसा करने से साँस की नली खुल जाएगी जिससे सांस लेने में दिक्कत नहीं आएगी और दमा के अटैक से भी बचाव होगा।
इसे अगर रोजाना कर सकते है तो रोजाना करे नहीं तो एक दिन छोड़ कर करे।
Read more, Ajwain Water For Weight Loss|वजन घटाने के लिए अजवायन का सेवन
अस्थमा से बचने के लिए सावधानिया – Prevention for asthma
- जितना हो सके धूल भरी जगहों से दूर रहे।
- ज्यादा भाग-दौड़ न करे।
- बाहर जाने से पहले मुह पर मास्क जरुर लगा कर रखे।
- रोजाना खाली पेट एक सेब जरुर खाए।
- तनाव से दूरी बना कर रखे।
- ज्यादा जोर-जोर से न चिल्लाये।
- सूरज उगने से पहले उठे और व्यायाम जरुर करे।
- अखरोट, हरी पत्तेदार सब्जिया और फलो का सेवन करे।
- विटामिन C युक्त चीजों को भी जितना हो सके खाए।
- जिन्हें अस्थमा होता है उन्हें ओमागा 3 फैटी एसिड युक्त चीजों को ज्यादा खाना चाहिए।
उम्मीद करती हूँ आपके लिए ये आर्टिकल फायदेमंद सिद्ध होगा



