PCOD Diet – PCOD / PCOS के लिए सबसे बेहतर Diet Plan पूरा दिन क्या खाए क्या नहीं?
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पॉलिसिस्टिक ओवेरियन डिसीज (PCOD) या पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) एक बहुत ही गंभीर बीमारी है
लेकिन फिर भी इस बीमारी को अपने खानपान में सावधानी बरत कर और रोजाना जिंदगी में थोड़े बदलाव अपनाकर कम समय में ही पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
आज के इस Article में हम जानेंगे जिन महिलाओं को भी पीसीओडी या पीसीओएस होता है,
उन्हें अपनी डेली लाइफ में किस तरह के चेंजेस लाना चाहिए?
- क्या खाना चाहिए? (pcod diet)
- क्या नहीं खाना चाहिए? (diet for pcod)
- किस तरह की डाइट फॉलो करना चाहिए (pcos diet plan)?
तो चलिए पहले बात करते हैं पीसीओडी और पीसीओएस की समस्या में हमें किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए और कौन सी चीजें नहीं खानी चाहिए।
इस बीमारी में शरीर के हॉर्मोन्स का संतुलन (Hormone Balance) पूरी तरह बिगड़ जाता है जिसके चलते पिम्पल्स बहुत ज्यादा ऑयली (Oily Skin) या सूखी त्वचा (Dry Skin) चेहरे और शरीर के बाल तेजी से बढ़ना और ऐग डेवलपमेंट यानि कि अंडा ठीक से नहीं बन पाने की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
क्या न खाएं
- ऐसे में रैड मीट यानि की मटन, दूध, अंडे का पीला हिस्सा, राजमा, मशरूम (Mashroom) और कॉफी का सेवन कम से कम करें (PCOD Diet)।
2. पीसीओडी (PCOD) की बीमारी में हमारा शरीर ग्लूकोज को पचाने की जगह उसे चर्बी में बदलने लगता है। ऐसा होने से शरीर का वजन भी बढ़ता जाता है और पूरे समय बॉडी में एनर्जी की कमी महसूस होती रहती है।
3. इसलिए मीठी चीजें जैसे कि मिठाइयां और तरह तरह के मीठे पकवान पेस्ट्री, केक्स (Cake) और वो सभी चीजें जिनमें चीनी की मात्रा बहुत अधिक है उनका सेवन कम से कम करें। साथ ही घर में भी अगर आप चीनी (Sugar) का इस्तेमाल करते हैं तो पहले के मुकाबले इसकी मात्रा को आधा कर दें।
4. इसके साथ ज्यादा चर्बी पैदा करने वाली चीजें जैसे कि बाहर का बहुत ज्यादा तला हुआ या पैकेट में मिलने वाले स्नैक्स तथा जंक फूड न खाएं और मैदे से बनी हुई चीजें जैसे कि ब्रैड नान आदि का सेवन न करें
क्योंकि ये सभी चीजें शरीर में ग्लूकोज (Glucose) की मात्रा को तेजी से बढ़ाती हैं। इसलिए पहले से बढ़ रहे वजन को और दुगनी रफ्तार से बढ़ाने लगती है।
5. इसके अलावा बहुत ज्यादा नमक (Namak) का सेवन भी ना करें और सफेद नमक की जगह Pink रॉक सॉल्ट (Pink Salt) या सेंधा नमक (Saindhava Lavana) का इस्तेमाल करें।
6. साथ ही अगर आप स्मोकिंग (No Smoking) करती हैं या फिर कभी कभी शराब का सेवन करती हैं तो उसे पूरी तरह बंद कर दें क्योंकि ये दोनों ही चीजें इस बीमारी को ठीक करने में सबसे ज्यादा मुश्किल पैदा करती हैं।
क्या खाएं – Pcod Diet
चलिये बात करते हैं किन किन चीजों का हमें सेवन करना चाहिए।
पानी (Water)
पानी को उबाल कर ठंडा कर लें और जब भी पानी पीना हो तब इसी पानी का सेवन करें और साथ ही सुबह खाली पेट और शाम के समय हल्का गरम पानी जरूर पीएं।
2. फ्लैक्स सीड्स (Flax Seed)
पीसीओडी और पीसीओएस की बीमारी में फ्लैक्स सीड्स (Flax Seed) यानि की अलसी बहुत फायदेमंद होती है। इसके अंदर ओमेगा थ्री fatty acids (Omega 3) और एंटीऑक्सीडेंट्स (Antioxidants) की मात्रा बहुत अधिक होती है जो कि हमारे शरीर के बिगड़े हुए हॉर्मोन्स को सुधारने का काम करती है।
इसलिए दिन में लगभग 2 चम्मच अलसी जरूर खाएं।
3. हाई प्रोटीन और हाई फाइबर डाइट – PCOD Diet
इसके साथ ही पीसीओडी में हाई प्रोटीन और हाई फाइबर डाइट (High Fiber Diet) को अपनाना सबसे बेहतर है क्योंकि जब हमारे शरीर में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है तो हमारे शरीर पर दवाइयों और किए गए इलाज का असर सीधे दुगना हो जाता है।
इसके लिए सुबह के नाश्ते में सत्तू, ओट्स, दलिया, रवा, चने, तुअर और मूंग की दाल मल्टीग्रेन ब्रेड (Bread) का इस्तेमाल कर सकते हैं।
साथ ही सब्जियों में गाजर (Carrot), शिमला मिर्च (Capsicum), कड़ी पत्ता (Curry Leaf) और ब्रॉक्ली (Broccoli) का इस्तेमाल करना पीसीओडी में बहुत फायदेमंद होता है।
ओट्स 9Oats) के अंदर प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है साथ ही सत्तू एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल हर मौसम में अलग अलग तरीके से किया जा सकता है।
सुनने में ये सभी चीजें बहुत साधारण और बोरिंग लगती हैं लेकिन विश्वास मानें इन सभी के इस्तेमाल से कई अलग अलग तरह की स्वादिष्ट चीजें (Tasty Dishes) बनाई जा सकती हैं। और सबसे खास बात इन्हें बनाने में बहुत ही कम समय लगता है।
इसके अलावा सुबह के समय स्प्राउट्स (Sprouts) यानी अंकुरित दालें, सलाद में खीरा, चुकंदर और सीजनल फ्रूट्स (Fruits) का सेवन जरूर करें।
4. जामुन और आमला
पीसीओडी या पीसीओएस होने पर जामुन और आमला (Amla) बहुत फायदेमंद होता है। इनके इस्तेमाल से शरीर का ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) कंट्रोल में रहता है और साथ ही ये हमारा मेटाबॉलिजम (Metabolism) भी बढ़ाते हैं।
5. पुदीना – PCOD Diet
पुदीना (Mint) भी पीसीओडी होने पर बहुत लाभकारी होता है। ये हमारे शरीर के लिए एक एंडोक्राइन booster (Endocrine) की तरह काम करता है जिसकी मदद से हॉर्मोन्स का संतुलन बनाने में बहुत आसानी होती है।
हफ्ते में दो बार पुदीने की चाय पिएं या फिर जूस बनाते समय उसमें पुदीने की पत्तियों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
6. मल्टीग्रेन आटे की रोटी
दिन के भोजन में अगर आप रोटी या चपाती का सेवन करते हैं तो कोशिश करें कि रोटी केवल प्लेन आटे की जगह मल्टीग्रेन (Multigrain) आटे यानि की एक से अधिक अनाज से मिलकर बने आटे की खाएं या फिर रोटी बनाते समय उस आटे में थोड़े से पिसे हुए oats और अलसी का पाउडर भी मिला दें।
7. हरी सब्जियां और दालों का सेवन
इसके अलावा दिन के भोजन में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां (Green Vegetable) और दालों का सेवन करें क्योंकि हरी सब्जियों और दालों में प्रोटीन (Protein) की मात्रा अधिक होती है जिससे हमारे शरीर को पूरे दिन ताकत मिलती है।
8. ब्राउन राइस
चावल (Rice) में सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस का इस्तेमाल करें क्योंकि ब्राउन राइस हमारे शरीर में चर्बी पैदा नहीं करता और यह हमारी सेहत के लिए रोटी से भी ज्यादा फायदेमंद होता है।
9. ग्रीन टी
अगर आपका PCOD के चलते वजन तेजी से बढ़ता जा रहा है तो ऐसे में दिन के भोजन के बाद ग्रीन टी का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है (PCOD Diet )।
ग्रीन टी न सिर्फ वजन घटाने में फायदेमंद होती है बल्कि एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा अधिक होने की वजह से इसका असर रिप्रोडक्टिव सिस्टम (Reproductive System) से जुड़े हुए सभी ऑर्गन्स पर भी होता है।
ग्रीन टी का इस्तेमाल हफ्ते में तीन बार एक दिन छोड़कर किया जा सकता है।
10. Evening Snacks – PCOD Diet
दिन के भोजन के बाद अगर आपको शाम के समय भूख लगती है तो उस समय पर उपमा, वेजिटेबल सूप या सीजनल फलों का सेवन किया जा सकता है।
साथ ही शाम का समय ड्रायफ्रूट्स (Dry Fruit) खाने के लिए भी बहुत अच्छा समय है। पीसीओडी की समस्या में अखरोट, बादाम, कद्दू के बीज और अलसी का सेवन करने से काफी लाभ मिलता है।
इनका नियमित सेवन करने से शरीर की चीनी को पचाने (Digestion) की ताकत बढ़ती है और पेट भी साफ रहता है।
11. Dinner
इसके साथ ही रात का भोजन सोने के कम से कम तीन घंटे पहले ही कर लें और कोशिश करें कि रात में लिया जाने वाला भोजन ज्यादा हैवी न हो।
Precautions – PCOD Diet
पीसीओडी और पीसीओएस की बीमारी कई बार टेंशन और स्ट्रेस (Stress) की वजह से भी बनने लगती है। ऐसे में अगर आपकी लाइफ में बहुत ज्यादा टेंशन या स्ट्रेस चल रहा है तो हो सकता है कि किसी भी डाइटिंग (Dieting) और इलाज का असर आपके शरीर पर बिल्कुल न हो।
इसलिए अपने दिमाग को ज्यादा से ज्यादा शांत रखें और रात के समय अच्छी नींद (Sleep) लें। एक अच्छी नींद हमारे शरीर के हॉर्मोन्स में संतुलन बनाए रखने के लिए बहुत आवश्यक होती है।
Workout
पीसीओएस की बीमारी को कम समय में ही पूरी तरह ठीक करने के लिए रोजाना वर्कआउट करना बहुत ज्यादा जरूरी है।
कसरत करने के लिए ये जरूरी नहीं कि आपको जिम (Gym) में जाकर ही कसरत (Exercise) करना होगी। केवल रोजाना सुबह जॉगिंग (Jogging) या लंबी दूरी तक तेज चलने से भी शरीर को काफी फायदा मिलता है।
वर्कआउट करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) तेज होता है जिससे शरीर में मौजूद हर तरह की बीमारी तेजी से खत्म होने लगती है।
उम्मीद करती हूँ आपके लिए ये आर्टिकल फायदेमंद सिद्ध होगा
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