Shilajit Health Benefits – शिलाजीत के आयुर्वेदिक गुण – फायदे व नुकसान – कैसे खायें
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अक्सर लोग अपने आपको स्वस्थ और निरोगी रखने के लिए तरह तरह के सप्लीमेंट (Supplements) जैसे कि मल्टी विटामिन 9Multi-Vitamin), ओमेगा थ्री (Omega3), बी कॉम्प्लेक्स (B-Complex), विटामिन सी (Vitamin C), कैल्शियम (Calcium), वजन कम करने के लिए ग्रीन टी (Green tea for weight loss), तरह तरह के टॉनिक (Tonic) और प्रोटीन पाउडर (Protein Powder) का सेवन करते हैं।
वैसे इसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन कैसा हो अगर हेल्थ (Health) से जुड़ी सारी चीजों और दवाइयों को छोड़ कर रोजाना सिर्फ एक चुटकी भर चीज के सेवन से ही हमारी सेहत संबंधी सभी समस्याओं का निदान हो जाए।
Shilajit Health Benefits
शिलाजीत (Shilajit) प्रकृति का दिया हुआ वह उपहार है जिसका इस्तेमाल भारत में प्राचीनकाल से अलग अलग बीमारियों को ठीक करने तथा शरीर और मानसिक शक्ति को बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है।
लेकिन आज शिलाजीत का नाम सुनते ही ज्यादातर लोगों के दिमाग में ताकत बढ़ाने या पुरुषों की कमजोरी दूर करने वाली कोई जड़ी बूटी का ख़याल आता है।
पर अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो आप इसकी चमत्कारी शक्तियों को अंडर एस्टीमेट करने की गलती कर रहे हैं।
शिलाजीत आयुर्वेद (Ayurved) की एक ऐसी प्राकृतिक औषधि है, जिससे उन बिमारियों को भी पूरी तरह ठीक किया जा सकता है, जिनका आज मेडिकल साइंस (Medical Science) में भी कोई इलाज नहीं है।
वजन बढाने से लेकर वजन घटाने तक, शरीर में सभी अंदरूनी अंगों से जुड़ी बीमारियों और कमजोरियों को दूर करने के लिए शिलाजीत (Shilajit) बहुत उपयोगी है और इसके पहले ही इस्तेमाल से शरीर पर इसका असर होना शुरू हो जाता है।
यह एक मल्टी पर्पस मेडिसिन (Multi-purpose medicine) की तरह काम करता है क्योंकि शिलाजीत के अंदर 85 अलग अलग तरह के एक्टिव न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जिसकी बदौलत सभी तरह के हेल्थ सप्लीमेंट (Health Supplements) को एकमात्र शिलाजीत से रिप्लेस किया जा सकता है।
इसका इस्तेमाल छोटे बच्चों से लेकर महिलाएं और यहां तक कि बूढ़े लोग भी कर सकते हैं।
आखिर क्या चीज है जो शिलाजीत को इतना ताकतवर और शरीर पर सबसे तेजी से असर दिखाने वाली औषधि बनाता है।
दरअसल शिलाजीत के अंदर Fulvic एसिड की मात्रा सबसे ज्यादा पाई जाती है और यही वह न्यूट्रिएंट है, जिससे शिलाजीत इतना पावरफुल बनता है।
Fulvic Acid हमारे शरीर के सेलुलर मेम्ब्रेन के आर पार आसानी से गुजर जाता है जिसकी वजह से हमारी बॉडी पर इसका किसी भी दूसरी औषधि के मुकाबले काफी जल्दी रिजल्ट नजर आता है।
कुछ ही दिनों के इस्तेमाल के बाद इसका हमारी त्वचा (Skin), बाल (Hair), पाचन (Digestion), शरीर की एनर्जी और दिमाग पर असर दिखना शुरू हो जाता है।
सोरायसिस (Psoriasis), एग्जिमा (Eczema), दाद और गंजेपन (Baldness) को तेजी से रोकने के लिए यह बहुत असरदार है।
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अगर आप भी इस वक्त अपनी जिंदगी में सेहत से जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी से परेशान हों, लंबे समय से मोटापा (Obesity) या कमजोरी (Weakness) तथा तनाव (Tension) के चलते आपका दिमाग पढ़ाई और काम में नहीं लगता हो और दिनभर आलस आता रहता हो तो ऐसी स्थिति में शिलाजीत का सेवन आपको जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए।
- अलग अलग उम्र के लोगों को शिलाजीत का किस तरह सेवन करना चाहिए इसे कितनी मात्रा में और किस किस समय खाना चाहिए।
- अलग अलग बीमारियों तथा पुरुषों और महिलाओं की सेहत से जुड़ी किन किन समस्याओं को शिलाजीत की मदद से पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
इस आर्टिकल में हम इन सभी बातों पर चर्चा करेंगे।
Shilajit Health Benefits
- सबसे पहले जानते हैं कि शिलाजीत बनाया कैसे जाता है।
- इसमें क्या क्या होता है और
- इसका सेवन हमारे लिए कितना सुरक्षित है।
शिलाजीत को पर्वतों का पसीना भी कहा जाता है। जिस तरह पेड़ से हमें गोंद प्राप्त होता है उसी तरह शिलाजीत पहाड़ों से निकलने वाला एक तरह का गोंद या टार है।
इसके अंदर पहाड़ों की चट्टानों और पेड़ पौधों में पाए जाने वाले प्राकृतिक खनिज लवण पाए जाते हैं।
यह खासकर तिब्बत और हिमालय की चट्टानों में ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। चट्टानों से प्राकृतिक शिलाजीत को निकालने के बाद इसकी सारी गंदगी को फिल्टर करके निकाल दिया जाता है और फिर इसे इसी तरह कच्चा या फिर कुछ और जड़ी बूटियों के साथ मिलाकर पैक करके बाजार में बेचा जाता है।
हिमालय की ऊँचाइयों पर मौजूद पर्वतों से निकलने वाला शिलाजीत ही सबसे असरदार माना जाता है।
आयुर्वेद के हिसाब से हमारे शरीर में सात अलग अलग तरह के धातु पाए जाते हैं। रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा और शुक्र। शिलाजीत एकमात्र ऐसी चीजे जिनका इन सभी तरह के धातुओं पर तेजी से असर होता है।
शिलाजीत से जुड़े कुछ अद्भुत फायदे और इसके इस्तेमाल का सही तरीका।
बाजार में शिलाजीत तीन अलग अलग रूप में मिलता है,
लिक्विड (Liquid)
सॉलिड (Solid) और
कैप्सूल्स (Capsules)
कैप्सूल्स का इस्तेमाल न करे क्योंकि इसमें यह सूखे पाउडर के रूप में होता है और साथ ही इसमें मिलावट होने की संभावना भी ज्यादा होती है।
कोशिश करें की हमेशा गाढ़े लिक्विड फॉर्म में मिलने वाले शिलाजीत का ही इस्तेमाल करें।
एक एडल्ट व्यक्ति एक बार में 150 से 250 मिलीग्राम शिलाजीत का सेवन कर सकता है और इसे एक दिन में करीबन 600 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं लेना चाहिए।
लिक्विड का सेवन करने के लिए एक चम्मच के उलटे हिस्से को लगभग आधा इंच गहराई तक शिलाजीत के लिक्विड में डुबा कर बाहर निकाल लें।
जितना शिलाजीत चम्मच पर चिपक जाएगा उतना एक बार के इस्तेमाल के लिए काफी होता है।
इसे गुनगुने पानी या दूध के साथ मिला कर पिया जा सकता है (shilajit aur doodh ke fayde)
सॉलिड शिलाजीत का सेवन करने के लिए इसका चाकू या चम्मच की सहायता से थोड़ा सा हिस्सा काटकर चावल के दाने से थोड़े बड़े आकार की गोली बना ले।
शिलाजीत को फ्रिज में न रखें क्योंकि फ्रिज में यह जम के सख्त हो जाता है तो फिर इसका इस्तेमाल करना मुश्किल बन जाता है।
शिलाजीत के साथ तैयार गोली का पानी तथा दूध के साथ निगल कर भी सेवन किया जा सकता है या फिर दूध या पानी में घोल कर भी पिया जा सकता है (shilajit aur doodh ke fayde )।
सख्त होने के बावजूद भी यह गर्म पानी में आसानी से घुल जाता है।
इसका सेवन दिन में सुबह के नाश्ते से आधे घंटे पहले करना सबसे बेहतर होता है क्योंकि खाने के बाद भोजन के साथ मिल जाने पर इसका असर कम हो जाता है। इसलिए हमेशा खाने से पहले इसका सेवन कर लें।
18 से कम उम्र के बच्चों के लिए बताई गई शिलाजीत की मात्रा को आधी कर दें। शिलाजीत का सेवन हमेशा साफ यह उबले हुए पानी में ही करना चाहिए और साथ ही अगर आप शराब पीते हैं तो शराब पीने के तीन घंटे पहले और तीन घंटे बाद शिलाजीत का सेवन न करें।
शिलाजीत का सेवन किन्हें नहीं करना चाहिए।
प्रेग्नेंट (Pregnant) महिलाओं को शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही 12 साल से कम उम्र के बच्चों को शिलाजीत नहीं देना चाहिए।
जिन लोगों के शरीर में आयरन (Iron) की मात्रा बढ़ी हुई है उन्हें शिलाजीत नहीं लेना चाहिए और साथ ही गंभीर दिल के मरीज या हाई ब्लडप्रेशर (High Blood Pressure) के रोगियों को शिलाजीत लेने की सलाह नहीं दी जाती।
अगर आप इस वक्त किसी तरह के इन्फेक्शन (Infection) या बुखार (Fever) से गुजर रहे हैं तो ठीक हो जाने तक शिलाजीत का सेवन ना करे और अगर डॉक्टर ने आपको किसी तरह के हॉर्मोन्स (Hormones) बनाने या घटाने की दवाई दी है तो दवाई लेने के तीन घंटे तक शिलाजीत का सेवन न करें।
शिलाजीत की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका ज्यादा तक ठंड में इस्तेमाल करना चाहिए।
गर्मियों के मौसम में इसे एक दिन छोड़कर या हफ्ते में तीन बार ही इस्तेमाल करें। शिलाजीत एक पावरफुल औषधि है इसलिए इसका लगातार तीन महीने से ज्यादा इस्तेमाल न करें।
तीन महीने के बाद एक महीने का ब्रेक लेकर इसका दुबारा इस्तेमाल जारी किया जा सकता है।
यह आपको किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर या पंसारी के पास आसानी से मिल जाएगा और अगर आप चाहें तो इसे आनलाइन (Online) भी खरीद सकते हैं।
शिलाजीत का असर शरीर पर पहले दिन से ही होना शुरू हो जाता है। जानते हैं जब आप इसका सेवन करने लगेंगे तो इससे आपके शरीर में क्या क्या लाभ प्राप्त होंगे।
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Shilajit Uses in Hindi
शिलाजीत हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसमें कैल्शियम (Calcium), मैग्नीशियम (Magnesium), निकल (Nickel) और Strontium पाया जाता है जोकि हड्डियों की कमजोरी को दूर करके अर्थराइटिस (Arthritis) पर आस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) जैसी बीमारियों में राहत प्रदान करता है।
शिलाजीत का सेवन करने से हमारे शरीर की जख्मों को भरने की क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद विटामिन बी (Vitamin B), कॉपर (Copper) और fulvic acid हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है जिससे बीमारियां और बुखार जैसी चीजें हमारे शरीर में आम लोगों के मुकाबले ज्यादा जल्दी ठीक होने लगती है।
शिलाजीत हमारे शरीर के लिए एक नैचरल energizer है।
इसे वर्कआउट (Workout) से पहले स्ट्रेंथ के लिए और वर्कआउट के बाद रिकवरी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
जिन लोगों को दिनभर आलस या थकान महसूस होती रहती है उन्हें रोजाना सुबह के समय इसका सेवन जरूर करना चाहिए। शिलाजीत के अंदर आयरन की मात्रा अधिक होती है जो कि शरीर की नसों में ऑक्सीजन के संचार को गति प्रदान करती है।
नसों में आई कमजोरी (Nerve Weakness), कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) या ब्लॉकेज को ठीक करने के लिए यह बहुत फायदेमंद है।
शिलाजीत का असर शरीर के एंड्रोजन (Androgen), एस्ट्रोजन (Estrogen) और टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) जैसे सभी तरह के यौन हार्मोन्स पर होता है।
शीघ्रपतन, नपुंसकता, शुक्राणुओं की कमी तथा महिला और पुरुषों के शरीर से जुड़ी हर तरह की यौन कमजोरी इसके इस्तेमाल से पूरी तरह ठीक हो जाती है।
यह एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट (Anti-oxidant) है जो त्वचा के फ्री रेडिकल्स (Free Radicle) डैमेज को कम करके झुर्रियों (Wrinkles) को दूर करता है।
इसके इस्तेमाल से त्वचा की रंगत धीरे धीरे निखरती जाती है (Glowing Skin) और साथ ही चेहरा लंबे समय तक जवान बना रहता है।
शिलाजीत में पाए जाने वाला मैग्नीशियम खून में ग्लूकोज के लेवल (Glucose Level) को कंट्रोल करता है।
टाइप टू डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के मरीज इसका सेवन अपनी शुगर (Sugar) को कंट्रोल में रखने के लिए कर सकते हैं।
शिलाजीत हमें दिमागी स्थिरता प्रदान करता है। काम में मन न लगना दिमाग में फिजूल के खयाल या कंसंट्रेशन में कमी आने जैसी प्रॉब्लम्स, इसके इस्तेमाल से पूरी तरह दूर हो जाती है।
इसके सेवन से हमारे सोचने और समझने की शक्ति बढ़ती है और साथ ही चीजों को याद रखने की क्षमता का भी विकास होता है।
Shilajit uses for female
महिलाओं में पीरियड से जुड़ी प्रॉब्लम जैसे कि कम या ज्यादा ब्लीडिंग होना (Bleeding), पेट में ऐंठन (Cramps) या दर्द होना और अनियमित मासिक धर्म (Irregular Menses) जैसी समस्या शिलाजीत के इस्तेमाल से खत्म हो जाती है।
जिन महिलाओं को इन्फर्टिलिटी (Infertility) यानि कि बांझपन या यौन कमजोरी जैसी शिकायत हो, उन्हें इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
शिलाजीत स्ट्रेस (Stress), डिप्रेशन (Depression) और एंजाइटी (Anxiety) में भी बहुत फायदेमंद होता है। जो लोग अधिकतर उदास रहते हैं दिमाग में हमेशा टेंशन, स्वभाव में चिड़चिड़ापन और हमेशा चिंताओं से घिरे रहते हैं, ऐसे लोगों को दिमागी रूप से शांति प्रदान करने के लिए ये बहुत लाभकारी है।
तो ये थी शिलाजीत से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी, उम्मीद करती हूँ आपके लिए ये आर्टिकल फायदेमंद सिद्ध होगा




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