Top 10 Worst Foods for Diabetes – डायबिटीज में भूल कर भी ना खाएं यह चीजें – क्या खाएं
Post Contents
कम कार्बोहाइड्रेट्स वाला भोजन खाकर आप अपने ब्लड ग्लूकोज लेवल को घटा सकते हैं और डाइबिटीज के कारण पैदा होने वाली दूसरी बीमारियों से बच सकते हैं।


इसलिए जो चीजें हम इस आर्टिकल में जानेगें, इन चीजों को बिल्कुल ना खाएं। साथ ही हम 10 खाए जाने वाली चीजों के बारे में भी जानेगें
1. मीठी पीने की चीजें – Worst sugar foods


मीठी पीने की चीजें जैसे कोल्डड्रिंक, मीठी चाय, मीठी कॉफी, मीठा नींबू पानी और हर किस्म की मीठी पीने की चीज जिसमें इंसान द्वारा चीनी मिलाई गई हो।
शुगर के रोगी के लिए कोई भी मीठी पीने की चीज सबसे बुरी होती है। इन चीजों में मीठे की वजह से कार्बोहाइड्रेट्स काफी ज्यादा होते हैं।
350 एमएल कोल्डड्रिंक में 38 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं। इसी प्रकार बाकी चीजों में भी कार्बोहाइड्रेट्स काफी ज्यादा होते हैं। कार्बोहाइड्रेट्स के इलावा इन मीठी चीजों में फ्रुक्टोज होती है जो एक प्रकार की शुगर है।
जो चीनी हम घरों में इस्तेमाल करते हैं उसमें दो तरह की शुगर होती है ग्लूकोस और फ्रुक्टोज। घर में इस्तेमाल की जाने वाली चीनी में 50 परसेंट फ्रुक्टोज होती है। फ्रुक्टोज को हमारा शरीर सीधा इस्तेमाल नहीं करता है।
शरीर में जाने के बाद फ्रुक्टोज पहले लीवर द्वारा ग्लूकोज में बदली जाती है। उसके बाद शरीर के द्वारा इस्तेमाल की जाती है। फ्रुक्टोज का हमारी सेहत के ऊपर बहुत बुरा असर होता है।
Read more, Piles – Haemorrhoids -Bawaseer – Bawasir in Hindi – बवासीर लक्षण घरेलू उपाय
इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ती है, डायबिटीज बढ़ती है, फैटी लीवर की बीमारी होती है और दिल की बीमारी होती है।
फ्रुक्टोज शरीर में जाकर पाचन प्रक्रिया को बदल देती है, जिसके कारण मोटापा बढ़ता है, कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ते हैं।
अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए और दूसरी बीमारियों से बचने के लिए सादा पानी पिएं। बिना चीनी मिलाए फीकी चाय पीएं। फीकी कॉफी पीएं और फीका नींबू पानी पिएं।
2. ट्रांस फैट – Is trans fat bad for diabetics


ट्रांस फैट एक तरह की फैट है। यह दो प्रकार की होती है कुदरती ट्रांस फैट और इंसान द्वारा बनाई गई नकली ट्रांस फैट।
कुदरती ट्रांस फैट दूध में होती है और दूध से बनी हुई चीजों में होती है और मीट में होती है। नकली ट्रांस फैट इंसान द्वारा बनाई जाती है। यह वनस्पति तेल में हाइड्रोजन मिलाकर तैयार की जाती है।
हाइड्रोजन मिलाने से तेल कमरे के तापमान पर जम जाता है। कुदरती रूप से मिलने वाली ट्रांस फैट सेहत के लिए अच्छी होती है, जबकि नकली रूप से तैयार की गई ट्रांस फैट सेहत के लिए बहुत ही बुरी होती है।
नकली ट्रांस फैट को आम बोलचाल की भाषा में इंडस्ट्रियल फैट भी कहा जाता है, क्योंकि इसका इस्तेमाल खाने पीने की इंडस्ट्री द्वारा खाने पीने की चीजों को तैयार करने में किया जाता है,
क्यूंकि इस फैट से बना हुआ खाना जल्दी खराब नहीं होता। आप बाजार से जो भी रेडीमेड बनी बनाई खाने पीने की चीजें लेकर खाते हैं उनमें ज्यादातर ट्रांस फैट ही होती है।
ट्रांस फैट सीधे तौर पर डायबिटीज को नहीं बढ़ाती है लेकिन यह शरीर में सूजन को बढ़ाती है। इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाती है, शरीर में चर्बी को बढ़ाती है, अच्छे कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और खून की धमनियों को नुकसान पहुंचाती है।
डायबिटीज के पेशंट को पहले से ही इन सभी बीमारियों के होने का डर रहता है। ऐसे में अगर वह ज्यादा ट्रांस फैट वाला भोजन खाएगा तो उसे इन बीमारियों के होने का खतरा और ज्यादा बढ़ जाएगा और उसके लिए समस्या और ज्यादा गंभीर बन जाएगी।
3. सफेद ब्रेड, सफेद पास्ता, सफेद चावल और मैदे से बनी चीजें – Worst food for diabetes patient


इन सभी चीजों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा कम होती है।
दो कारणों की वजह से इन चीजों को खाने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है। पहला कारण यह कि इसमें कार्बोहाइड्रेट्स ज्यादा होते हैं जिसके कारण शुगर लेवल एकदम तेजी से बढ़ता है और दूसरा कारण इनमें फाइबर नहीं होता है।
अगर किसी चीज में फाइबर होता है तो वह चीज धीरे धीरे हजम होती है और ब्लड शुगर लेवल को धीरे धीरे बढ़ाती है।
Read more, Shilajit Health Benefits – शिलाजीत के आयुर्वेदिक गुण – फायदे व नुकसान – कैसे खायें
लेकिन अगर किसी चीज में फाइबर नहीं होता है तो वह चीज एकदम से हजम हो जाती है और शुगर लेवल को एकदम तेजी के साथ बढ़ाती है। इसीलिए इन चीजों को खाने से ब्लड शुगर लेवल एकदम तेजी के साथ बढ़ता है। अगर आप ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना चाहते हैं। तो व्हाइट ब्रेड की जगह पर ब्राउन ब्रेड खाएं।
सफेद चावल की जगह पर ब्राउन चावल खाएं और मैदे की जगह पर साबुत गेहूं का आटा खाएं। लेकिन ब्राउन ब्रेड और ब्राउन चावल भी कम मात्रा में ही खाने चाहिए क्योंकि भले ही इनमें फाइबर होता है लेकिन फिर भी इनमें कार्बोहाइड्रेट्स ज्यादा मात्रा में होते हैं।
ज्यादा कार्बोहाइड्रेट्स वाली चीजें ना सिर्फ शुगर लेवल को बढ़ाती हैं बल्कि यह टाइप टू डायबिटीज वाले लोगों में ब्रेन फंक्शन को भी कम करती हैं।
4. ब्रेकफास्ट सीरियल्स – Is breakfast cereal bad for diabetics


मार्केट में बहुत सारे बने बनाए ब्रेकफास्ट सीरियल्स मिलते हैं। उदाहरण के लिए कॉर्नफ्लेक्स और इसी तरह के और भी कई सारे ब्रेकफास्ट सीरियल्स मार्केट में मिलते हैं।
बहुत से लोग इन्हें सुबह नाश्ते में खाते हैं, लेकिन जिसे डाइबिटीज है, उसके लिए ये सीरियल्स बहुत बुरे होते हैं। यह सीरियल्स बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड होते हैं, इसलिए इनमें कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और सबसे बड़ी बात इनमें प्रोटीन बहुत कम होता है।
डायबिटीज के रोगी अगर सुबह नाश्ते में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट और कम प्रोटीन वाला भोजन खाएंगे तो यह उनके लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक होगा क्योंकि उनका ब्लड शुगर लेवल दिन की शुरुआत में ही बढ़ जाएगा, जिसे पूरे दिन नियंत्रण में कर पाना मुश्किल हो जाएगा।
डाइबिटीज के रोगी को सुबह नाश्ते में ज्यादा प्रोटीन और कम कार्बोहाइड्रेट्स वाला भोजन खाना चाहिए। इससे उसे अपने ब्लड शुगर लेवल को पूरे दिन नियंत्रण में रखने में मदद मिलेगी।
प्रोटीन से भरपूर नाश्ता करने के लिए आप उबले हुए अंडे खा सकते हैं, पनीर खा सकते हैं, दाल खा सकते हैं, दही खा सकते हैं, साबुत गेहूं की रोटी खा सकते हैं और चीज खा सकते हैं।
5. शहद – Honey is good for diabetes or not


कुछ लोग यह मानते हैं कि क्यूंकि शहद नेचुरल होता है इसलिए यह सफेद चीनी के मुकाबले ज्यादा अच्छा है। एक नॉर्मल सेहतमंद व्यक्ति के लिए तो यह बात बिल्कुल सही है लेकिन जिसे डाइबिटीज है उसके लिए सही नहीं है।
भले ही शहद नेचुरल है लेकिन इसमें सफेद चीनी से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। इसलिए यह शरीर में जाने के बाद ब्लड शुगर लेवल को उसी तरह बढ़ाता है, जिस तरह सफेद चीनी बढ़ाती है।
एक टेबलस्पून सफेद चीनी में पाँच छह ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं और एक टेबलस्पून शहद में 17 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं।
बस आप एक बात समझ लीजिए कि आपको मीठा किसी भी रूप में नहीं खाना है, चाहे वह शहद के रूप में हो, गुड़ के रूप में हो या चीनी के रूप में हो।
अगर आप कोई नेचुरल स्वीटनर खाना ही चाहते हैं तो आप स्टीविया खा सकते हैं। स्टीविया एक कुदरती मीठा होता है जिसका इस्तेमाल आप चीनी की तरह ही कर सकते हैं।
Read more, Thyroid Diet for Weight Loss – थाइरोइड की बीमारी क्या है? इसके होने के कारण लक्षण व घरेलू उपाय
यह साउथ अमेरिका में उगने वाले स्टीविया नाम के पौधे की पत्तियों से निकाला जाता है। स्टीविया में चीनी के मुकाबले कई 100 गुना ज्यादा मिठास होती है इसलिए यह चीनी से बहुत ज्यादा मीठा होता है और इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें कार्बोहाइड्रेट्स बिल्कुल जीरो होते हैं।
इसलिए यह ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाता है। बल्कि स्टीविया ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करता है। बस इसका टेस्ट थोड़ा सा अलग होता है। अगर आप इसे ट्राई करना चाहते हैं तो आप इसे औनलाइन एमेजॉन से मंगवा सकते हैं।
6. सूखे फल – Are dry fruits good for diabetes


फलों में पोषक तत्वों की मात्रा काफी ज्यादा होती है, लेकिन जब इन फलों को सुखाया जाता है तो इन पोषक तत्वों की मात्रा और ज्यादा बढ़ जाती है। सूखने पर फलों में पोषक तत्वों की मात्रा तीन गुना तक बढ़ सकती है।
फलों में कुदरती रूप से चीनी भी होती है। इसीलिए सूखने पर फलों में चीनी की मात्रा भी तीन गुना तक बढ़ सकती है।
उदाहरण के लिए एक कप ताजा अंगूर में 27 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, लेकिन एक कप सूखे अंगूर में यानी किशमिश में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 115 ग्राम होती है जो गीले फ्रूट से चार गुना ज्यादा है। अगर आप सूखे फल खाएंगे तो आपको चीनी की मात्रा ज्यादा मिलेगी।
डायबिटीज के रोगी फल खा सकते हैं, लेकिन ताजा फल खाएं। सूखे फल ना खाएं।
7. समोसा, पेटीज, पेस्ट्रीज, नूडल्स, मोमोस, केक, बिस्कुट, मट्ठी वगैरह – Maida causes diabetes


ये सभी चीजें मैदे से बनती हैं जिसमें बहुत ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है जो आपके खून में ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। दूसरा इन्हें बनाने के लिए ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है।
अगर आपको दिन में कभी भी भूख लगे तो आप ऐसी चीजों को खाने की बजाय बादाम खाइए, अखरोट खाइए, मूँगफली खाइए। किसी सब्जी को उबालकर सब्जी का सलाद बनाकर खाइए या सब्जी का सूप बनाकर पीजिए या आप थोड़ी मात्रा में पनीर खा सकते हैं।
8. फ्रूट जूस – Can drinking fruit juice cause diabetes


फ्रूट जूस को आमतौर पर सेहत के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन डायबिटीज के रोगी के लिए ऐसा नहीं है।
फ्रूट जूस ब्लड शुगर लेवल को उसी प्रकार बढ़ाते हैं जिस प्रकार दूसरे मीठे ड्रिंक्स बढ़ाते हैं।
200 एमएल ताजा सेब के जूस में और मार्केट में मिलने वाले 250 एमएल कोल्ड ड्रिंक में एक समान शुगर होती है। इन दोनों में 24 ग्राम शुगर होती है। कुछ फ्रूट जूस तो ऐसे हैं जिनमें मार्केट में मिलने वाले कोल्ड ड्रिंक से भी ज्यादा शुगर होती है।
उदाहरण के लिए 250 एमएल ताजा अंगूर के जूस में 34 ग्राम शुगर होती है। फ्रूट जूस में फ्रुक्टोज भी होती है जो ऐसी शुगर है जो इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाती है, मोटापा बढ़ाती है और हार्ट डिजीज के खतरे को बढ़ाती है।
अगर आप कोई जूस पीना ही चाहते हैं तो नींबू का जूस पीजिए। नींबू के जूस में बहुत ही कम कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं और यह कैलोरी फ्री होता है।
9. फ्रेंच फ्राइज – Worst food for diabetes patient


अगर आपको डाइबिटीज है तो फ्रेंच फ्राइज से दूर रहिये। आलू में वैसे ही कार्बोहाइड्रेट्स ज्यादा होते हैं और जब आलू को तेल में तल लिया जाता है तो ये और भी ज्यादा नुकसानदायक बन जाता है। फ्रेंच फ्राइज खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ेगा। भोजन को तलने पर उसमें विषैले पदार्थ पैदा हो जाते हैं.
इनसे शरीर में सूजन पैदा होती है और अलग अलग किस्म की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। तला हुआ भोजन खाने से खासकर कैंसर और दिल की बीमारी होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आलू की जगह आप शकरकंद को उबालकर कम मात्रा में खा सकते हैं।
Read more, क्या आपको आपकी प्रकृति पता है? जानें अपनी प्रकृति आयुर्वेद के अनुसार – Ayurveda Body Type
ऐसा भोजन जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता हो और इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढाता हो, ऐसे भोजन को ना खाकर आप भविष्य में डाइबिटीज से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं।
Best food for diabetes control – अब जानते हैं की डायबिटीज को कंट्रोल में करने के लिए आपको कौनसी चीजें खानी चाहिए।
1. हरी पत्तेदार सब्जियां – Leafy vegetables good for diabetes


हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन्स और मिनरल्स काफी ज्यादा मात्रा में होते हैं लेकिन इनमे कैलोरीज कम होती हैं और इनमे डाइजेस्टिव कार्बोहाइड्रेट्स भी कम होते हैं।
डाइजेस्टिव कार्बोहाइड्रेट्स की वजह से ही ब्लड शुगर लेवल ज्यादा बढ़ता है। पालक और दूसरी हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन सी काफी ज्यादा मात्रा में होता है।
विटामिन सी टाइप टू डायबिटीज वाले लोगो में सूजन कम करता है और फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल को घटाता है।
हरी पत्तेदार सब्जियों में ल्यूटिन और Zeaxanthin नाम के एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जो आपकी आंखों की रौशनी को कम होने से बचाते हैं और आपकी आंखों में मोतियाबिंद होने से बचाते हैं।
आँखों की यह दोनों समस्याएं डायबिटीज के पेशंट में आम देखने को मिलती हैं।
2. आप दालचीनी खाइए – Cinnamon for glucose control


दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को घटाती है और इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढाती है। 90 दिन तक लगातार दालचीनी खाने से आपको डायबिटीज में बहुत अच्छे रिजल्ट मिलेंगे।
आप दालचीनी अपने स्वाद अनुसार किसी भी तरीके से खा सकते हैं। दालचीनी की अलग से चाय बना सकते हैं या जो चाय आप बना रहे हैं उसी में दालचीनी मिला सकते हैं। दालचीनी का इस्तेमाल आप मसाले के तौर पर दाल सब्जी में भी कर सकते हैं।
दालचीनी कॉलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को भी घटाती है।
3. हल्दी – Is turmeric good for diabetic patients


हल्दी खाने से बड़े ही जबरदस्त फायदे होते हैं। हल्दी शरीर में सूजन कम करती है, ब्लड शुगर लेवल को घटाती है, दिल के लिए बहुत अच्छी होती है और किडनी के लिए बहुत ही अच्छी होती है।
अगर आप हल्दी को काली मिर्च के साथ मिलाकर खाएंगे तो हल्दी की शक्ति 2000 गुना तक बढ़ जाती है। इसे आप किसी भी तरीके से खा सकते हैं।
4. नट्स – Best nuts for sugar patients


नट्स जैसे बादाम, काजू, पिस्ता, अखरोट वगैरा हैं। सभी तरह के नट्स में फाइबर होता है और डाइजेस्टिव कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है। हर रोज नट्स खाने से शरीर में सूजन कम होती है और ब्लड शुगर लेवल कम होता है। इसे शरीर में बुरा कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है।
5. एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव आयल – Extra virgin olive oil good for diabetes


एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल खास तौर से हार्ट के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें फॉलिक एसिड होता है जो ट्राइग्लिसराइड्स और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सुधारता है।
Read more, कैल्शियम क्या है – इसका नॉर्मल लेवल कितना होना चाहिए – Calcium Levels in Blood Test
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में पॉलीफेनोल नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो सूजन को कम करता है, नसों की सुरक्षा करता है, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और ब्लड प्रेशर को कम करता है।
इसलिए एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल शुगर के रोगी के लिए बहुत अच्छा होता है।
6. अलसी के बीज – Flaxseed good for diabetes


अलसी के बीज में लिग्निन नाम का सॉल्युबल फाइबर होता है, जो दिल की बीमारी के खतरे को कम करता है और ब्लड शुगर लेवल को घटाता है। अलसी के बीज में फाइबर होता है जो आँतों के लिए बहुत अच्छा होता है और साथ में यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है।
7. सेब का सिरका – Apple cider vinegar is good for diabetic patient


एक चम्मच सेब के सिरके में एक ग्राम से भी कम कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। सेब का सिरका इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है और फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल को कम करता है।
भोजन के साथ सेब के सिरके को कच्चे प्याज के ऊपर डालकर खाने से शुगर के रोगी को बहुत फायदा होता है।
आप सेब के सिरके को रात को सोने से पहले भी पी सकते हैं। सोने से पहले दो चम्मच सेब के सिरके को पानी में घोल कर पीने से फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल को छह पर्सेंट तक घटाया जा सकता है। लेकिन शुरुआत में आप एक चम्मच से शुरू कीजिए। जब एक चम्मच की आदत पड़ जाए तो बढ़ाकर दो चम्मच कर सकते हैं।
8. लहसुन – Garlic control sugar


लहसुन एक जादुई पौधा है। यह शरीर में सूजन कम करता है, ब्लड शुगर लेवल को घटाता है और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
यह ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए बहुत ज्यादा असरदार होता है। लगातार 12 हफ्तों तक कच्चा लहसुन खाने से ब्लड प्रेशर को 10 पर्सेंट तक कम किया जा सकता है।
लहसुन की एक कली में सिर्फ चार कैलोरीज और एक ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है।
9. फैटी फिश – Best fatty fish for diabetes


अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं और मीट मछली खा लेते हैं तो आप फैटी फिश खाइये।
फैटी फिश दिल के लिए बहुत अच्छी होती है क्यूंकि इसमें हैल्दी फैट होती है जैसे ओमेगा थ्री फैटी एसिड, डीएचए और ईपीए।
इस तरह की फैट को रेगुलर बेसिस पर खाना डायबिटीज के पेशंट के लिए बहुत अच्छा होता है क्यूंकि डायबिटीज के पेशंट को हार्ट डिजीज और स्ट्रोक होने का खतरा काफी ज्यादा होता है।
Read more, Foods To Increase Height – इन 18 फूड्स और कुछ बातों का ध्यान रखकर बढ़ेगी आपकी रुकी हुई हाइट सिर्फ 1 महीने में
डीएचए और ईपीए आपकी खून की नसों और धमनियों की दीवारों की रक्षा करते हैं, नसों और धमनियों की कार्यकुशलता को बढ़ाते हैं और शरीर में सूजन कम करते हैं।
रेगुलर बेसिस पर फैटी फिश खाने से हार्ट फेल्योर का खतरा कम हो जाता है और हार्ट डिजीज से मरने का खतरा कम हो जाता है।
10. अंडे – Egg for diabetes patients


अंडे शरीर में सूजन कम करते हैं। इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं, एचडीएल गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं और बैड एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं।
हर रोज़ दो अंडे खाने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल में सुधार होता है। अंडे ल्यूटिन और Zeaxanthin का सबसे अच्छा स्रोत हैं जो आपकी आंखों को प्रोटेक्ट करते हैं।
लेकिन आपको साबुत अंडा खाना है, पीला भाग निकालना नहीं है क्यूंकि यह सभी पोषक तत्व अंडे के पीले भाग में होते हैं।
डाइबिटीज को अगर कंट्रोल में ना किया जाए तो इसके कारण बहुत सारी गंभीर बीमारियां लग सकती हैं।
इसलिए अगर अपना खानपान इस तरीके से करते हैं तो आपको डायबिटीज को कंट्रोल करने में बहुत मदद मिलेगी।
उम्मीद करती हूँ आपके लिए ये जानकारी लाभदायक सिद्ध होगी



