Typhoid Fever – Typhoid Causes – Typhoid Symptoms – Typhoid Treatment – टाइफाइड में क्या खाना चाहिए
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इस Article में हम टाइफाइड बुखार के कारण, लक्षण इलाज और खान पान के बारे में जानेगें।
Typhoid Fever


टाइफाइड बुखार एक संक्रमण है यानि कि एक इन्फेक्शन है जोकि दूषित भोजन और पानी के माध्यम से फैलता है। अगर टाइफाइड जल्दी पकड़ा जाता है तो इसका इलाज सफलता पूर्वक एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जा सकता है।
लेकिन अगर इसका इलाज ना किया जाए तो टाइफाइड बुखार घातक हो सकता है।
Causative agent of typhoid
यह एक गंभीर बीमारी है जोकि साल्मोनेला Enterica सीरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया की वजह से होती है।
यह साल्मोनेला टाइफी (salmonella typhi) नामक जीवाणु के कारण भी हो सकती है। यह typhoid bacteria मनुष्य की आँतों और रक्त प्रवाह में रहता है।
Causes of typhoid fever / enteric fever
टाइफाइड किसी संक्रमित व्यक्ति के मल के साथ सीधे संपर्क में आने से दूसरे व्यक्तियों के बीच फैलता है। मतलब के बैक्टीरिया द्वारा दूषित भोजन खाने या दूषित पानी पीने से होता है।
ऐसा किसी संक्रमित जल स्रोत के माध्यम से हो सकता है। तीव्र बीमारी वाले लोग मल के आसपास के पानी की आपूर्ति को दूषित कर सकते हैं। पानी की आपूर्ति दूषित होने से भोजन की आपूर्ति दूषित हो सकती है।
Salmonella typhi बैक्टीरिया पानी या सूखे मल में कई सप्ताह के लिए जीवित रह सकता है। कोई भी जानवर इस रोग को नहीं फैलाता है, इसलिए हस्तांतरण हमेशा एक इन्सान से दूसरे इंसान तक होता है।
दूषित भोजन या पानी के द्वारा शरीर में घुसने के बाद साल्मोनेला बैक्टीरिया (salmonella typhi) छोटी आंत पर आक्रमण करता है और स्थायी रूप से खून में प्रवेश करता है।
बैक्टीरिया लिवर, स्प्लीन तथा बोनमैरो में सफेद रक्त कोशिकाओं द्वारा पहुंचाए जाते हैं, जहां typhoid bacteria मल्टीप्लाई होते हैं और दोबारा रक्त प्रवाह में प्रवेश करते हैं।
इस समय लोगो में बुखार सहित अन्य लक्षण विकसित होते हैं। जीवाणु गॉलब्लैडर, Biliary सिस्टम और बॉवेल के लिम्फैटिक पर आक्रमण करते हैं। यहां वे भारी संख्या में विकसित होते हैं।
Diagnosis of typhoid fever
बैक्टीरिया Intestinal Tract में गुजरता है और मल के नमूनों में पहचाना जा सकता है। यदि एक परीक्षण के परिणाम स्पष्ट नहीं हैं तो डायग्नोज करने के लिए रक्त या मूत्र के नमूने लिए जाएंगे।
Typhoid Symptoms


टाइफाइड बुखार के लक्षण आमतौर पर बैक्टीरिया के संपर्क में आने के 6 से 30 दिनों के बाद शुरू होते हैं। टाइफाइड के दो प्रमुख लक्षण हैं बुखार और रैश होना।
टाइफाइड बुखार नियमित रूप से 104 डिग्री फॉरेनहाइट तक पहुँचता है और रैश जो कि हर रोगी को नहीं होता, गुलाब के रंग का स्पॉट होता है जो विशेषकर गर्दन और पेट पर होता है।
अन्य लक्षणों में अपर्याप्त भूख, कमजोरी, पेटदर्द, कब्ज और सिरदर्द शामिल हो सकते हैं और जो लक्षण शायद ही कभी होते हैं, उन लक्षणों में भ्रम, दस्त और उल्टी शामिल हो सकते हैं, लेकिन यह समान रूप से गंभीर नहीं होते।
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Complications of typhoid fever
गंभीर और उपचार ना किए गए मामलों में, बॉवेल छिद्रित हो सकता है। यह पेट का कारण बन सकता है, जो कि एक ऊतक का संक्रमण है जो वास्तव में बहुत गंभीर हो सकता है।
Treatment of typhoid fever
टाइफाइड के लिए एकमात्र प्रभावी उपचार एंटीबायटिक है, एंटीबायोटिक दवाइयां साल्मोनेला बैक्टीरिया को मारती हैं। एंटीबायोटिक दवाओं के प्रयोग से पहले मृत्युदर 20% थी।
यह मृत्यु भारी इन्फेक्शन, निमोनिया, आंत रक्तस्राव या आँतों के छिद्रित होने से होती थी। एंटीबायोटिक दवाइयों और सहायक देखभाल के साथ मृत्युदर 1 से 2% तक घटा दी गई है।
उचित एंटीबायोटिक थेरेपी के साथ आमतौर पर 1 से 2 दिन के भीतर इम्प्रूवमेंट होती है और 7 से 10 दिनों के भीतर रिकवरी होती है। अधिक गंभीर मामलों में, जहां बॉवेल छिद्रित हो गया हो, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
टाइफाइड में क्या खाना चाहिए – Typhoid Fever Diet


अगर आप टाइफाइड से पीड़ित हैं तो आपके लिए दो चीजें बहुत ज्यादा मायने रखती है।
पहला तो आपकी मेडिसिन्स जो आप एक डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन से ले रहे हैं और दूसरा कि आप अपना डाइट प्लान कैसे मेन्टेन कर रहे हैं। उस दौरान आपकी डाइट का आपकी हेल्थ के ऊपर बहुत ज्यादा असर होने वाला है।
तो जानते हैं कि आपको टाइफाइड के दौरान किन खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में ज्यादा शामिल करना चाहिए और किन खाद्य पदार्थों को आपको अवाइड कर देना चाहिए और साथ ही कुछ ऐसी होम रेमेडीज जानेगें जिन्हें अगर आप इन मेडिसिंस और इस डाइट प्लान के साथ फॉलो करेंगे तो आपकी रिकवरी रेट बहुत ही fast हो जाएगी।
Food to avoid in typhoid
सबसे पहले हम जानते हैं उन फूड आइटम्स के बारे में जिन्हें हमें टाइफाइड के दौरान अवॉइड करना चाहिए। यानि कि या तो त्याग देना चाहिए या फिर बहुत कम उनका अमाउंट कर देना चाहिए।
1. Spicy Food – Can we eat spicy food during typhoid?


पहली चीज़ है कि आपको टाइफाइड के दौरान ज्यादा स्पाइसी मिर्च मसालेदार फूड नहीं खाने है। क्योंकि जैसा कि आपको पता होगा कि टाइफाइड का जो बैक्टीरिया है वो सबसे पहले जाकर आपकी आंतों का संक्रमण करता है और आंतों से संक्रमित होते हुए आपकी पूरी बॉडी में फैल जाता है।
तो आंतों की हेल्थ इस दौरान बहुत जरुरी होती है। अगर आप स्पाइसी फूड खाएंगे तो आपका डाइजेशन बिगड़ सकता है और आंतों में दिक्कत आ सकती है और आपकी video बढ़ सकती तो इस दौरान स्पाइसी Food को avoid करने की कोशिश करें।
2. Fatty Foods – Can we eat oily food in typhoid?


दूसरी चीज के आपको फैटी फूड्स यानि की ज्यादा तले या फिर बटर घी इस तरह की चीजें नहीं खानी होगी। इससे भी डाइजेस्टिव problem बढ़ते हैं और आपकी problem बढ़ सकती है।
3. Some Fruits & Vegetables
तीसरी चीज के आपको कुछ तरह की कच्ची फल सब्जियों को अवॉयड करना है। दौरान जैसे कि पत्ता गोभी, फूल गोभी, ब्रोकली या फिर कच्चा प्याज या फिर Fruits में जैसे कि पाइनएप्पल, कीवी,
क्योंकि ये आपकी बॉडी में जाने के बाद गैस प्रोड्यूस करते हैं और अगर गैस प्रोड्यूस होगी तो आपको बेचैनी होगी, परेशानी होगी और आपकी आंतों में दिक्कत आएगी और आपकी रिकवरी स्लो हो जाएगी और प्रॉब्लम्स आपके साथ खड़ी हो सकती हैं।
4. High Fiber Food Items – Typhoid Fever
चौथी चीज जो कि आपको avoid करनी है वो है हाई फाइबर फूड आइटम्स। यानि कि आपको ऐसे फूड आइटम्स जिनमें रेशे की मात्रा ज्यादा होती जिन्में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जैसे की अंकुरित अनाज, उसमें बहुत ज्यादा फाइबर होता है
या फिर किसी तरह के नट्स जैसे कि बदाम, मूंगफली या फिर वालनट या फिर किसी तरह के नट्स। इन चीजों को अवॉइड करने की कोशिश करें क्योंकि बहुत ज्यादा फाइबर होता है और फाइबर फूड जो होते हैं हमारी बॉडी में बहुत धीरे डाइजेस्ट होते हैं
और इस दौरान क्या होता कि हमारी बॉडी की लगभग सारी एनर्जी हाई फाइबर फूड को digest करने में लग जाती है और बॉडी के पास एक्स्ट्रा एनर्जी नहीं बचती कि वो अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने में काम कर सके।
तो इस दौरान हाई फाइबर फूड आइटम्स को अगर आप अवॉइड करेंगे तो ये आपकी हेल्थ के लिए बहुत ज्यादा बेनिफिशियल होगा और साथ ही उन फूड आइटम्स को avoid करने की कोशिश करें जो कि आपको पता है कि ये आपकी बॉडी में ईजिली डायजेस्ट नहीं होते, ताकि आपका डाइजेशन अच्छा रहे और आपकी इम्यूनिटी बरकरार रहे।
तो थे वो फूड आइटम्स जिन्हें हमें अवॉइड करना चाहिए।
Typhoid food to eat
अब जानते हैं फूड आइटम्स, जिन्हें अपनी डायट में ज्यादा इनक्रीज करना चाहिए, जिनकी मात्रा अपनी डायट में बढ़ा कर रखनी चाहिए।
1. High calorie and high carbohydrate food – Typhoid Fever
पहले फूड आइटम्स जो कि आपको अपनी डाइट में Store करने हैं, वो हैं हाई कैलरी और हाई कार्बोहाइड्रेट कंटेंट फूड आइटम्स यानी ऐसे फूड आइटम्स जिनमें एनर्जी की मात्रा ज्यादा होती है, जिन्हें अगर आप खाएं तो आपकी बॉडी में बहुत ज्यादा एनर्जी आपको मिल सके।
ऐसे फूड आइटम्स हैं जैसे कि केला हो गया, आलू हो गया या चावल हो गया। इसमें बहुत ज्यादा कार्बोहाइड्रेट होता है और ये आपकी बॉडी को एक अच्छे अमाउंट में एनर्जी दे सकता है।
ये ऐसा करना इसलिए जरूरी है क्योंकि आपने कई बार सुना होगा कि टायफायड किसी को हुआ तो उसकी बॉडी पूरी तरह सूख गई। वो बिल्कुल पतला हो गया क्योंकि उसकी बॉडी का जो मांस है जो कि उसका वेट है वो गिरने लगा है।
अगर आप प्रॉपर्ली एनर्जी देंगे आपकी बॉडी को तो उस बॉडी को एनर्जी मिलती रहेगी और उस बॉडी को अपनी बॉडी को गलाकर के एनर्जी नहीं निकालने पड़ेगी। तो अगर आप प्रॉपर डाइट लेंगे तो ये आपकी बॉडी के लिए अच्छा होगा और आपकी इम्यूनिटी के लिए भी अच्छा होगा।
2. Proper hydration – Typhoid Fever


दूसरी चीज के आपको इस दौरान अपनी बॉडी को हाइड्रेटेड रखना है। पूरी तरह पानी से भरपूर रखना है क्योंकि जैसे कि आपको पता होगा टाइफाइड के दौरान डायरिया होना यानि कि दस्त होना एक आम बात है और उस दौरान क्या होगा कि बॉडी का बहुत सारा पानी निकल जाता है और आप बॉडी में डिहाईड्रेशन की स्थिति पैदा हो जाती है।
तो इस दौरान आपको अपनी बॉडी को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरुरी है। हाइड्रेशन रखने के लिए आप ग्रीन टी पी सकते हैं, बहुत सारा पानी पी सकते हैं, किसी तरह के हर्बल टी पी सकते हैं या फिर आप फ्रूट जूस पी सकते हैं या फिर तरबूज या फिर खरबूज, इस तरह के फूड आइटम्स को खा सकते हैं।
इनसे आपकी बॉडी में पानी की मात्रा बरकरार रहेगी और आपकी इम्यूनिटी बढ़ती रहेगी।
3. High protein food items – Typhoid Fever
तीसरी चीज जो कि आपको अपनी डाइट में शामिल करनी है वो है हाई प्रोटीन फूड आइटम्स या ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है ।
जैसे कि आपको पता होगा प्रोटीन से हमारी इम्युनिटी का बहुत गहरा संबंध है। अगर आप अच्छा प्रोटीन लेते हैं, तो आपकी इम्यूनिटी जल्द से जल्द बढ़ने लगती है।
प्रोटीन के लिए आप डेरी प्रोडक्ट्स ले सकते हैं जैसे कि दूध, दही, पनीर या फिर आप दालें ले सकते हैं। दाल को आप किसी भी चीज़ के साथ बना के खा सकते हैं जैसे कि आप खिचड़ी बना के खा सकते हैं दाल की या फिर दाल चावल खा सकते हैं, दाल दलिया खा सकते हैं। इस तरह के फूड आइटम्स खाने से आपकी बॉडी में बहुत ज्यादा स्ट्रैंथ बढ़ने लगती है।
कई लोग सोचते हैं कि दही खाने से जो प्रॉब्लम है वो और बढ़ जाती है और इस दौरान दही नहीं खाना चाहिए। लेकिन ये बात गलत है क्योंकि दही खाने से आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है क्योंकि दही में होते है, प्रोबायोटिक बैक्टीरिया, कुछ अच्छे बैक्टीरिया जो कि आपकी आंतों में जाकर पैथोजन बैक्टीरिया से लड़ने का काम करते हैं।
तो दही को अगर आप दोपहर के टाइम में लेते हैं तो ये आपके लिए बहुत ज्यादा बेनेफिशियल होगा।
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Home remedies for typhoid
अब बात करते हैं उन होम रेमेडीज के बारे में, उन आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट्स के बारे में जिन्हें हम अगर इसके साथ लेंगे तो हमारी रिकवरी रेट बहुत ज्यादा फास्ट हो जाएगी।
1. सबसे पहली होम रेमेडी यह है कि आपको 2 से 3 अंजीर लेना है और 8 से 10 मुनक्का दाख लेना है जो बड़े वाले दाख होते हैं जिसमें बीज होते हैं वो ले लेना है और 1 से 2 ग्राम आपको लेना है खूबकलां।
ये एक आयुर्वेदिक मेडिसिन बोल सकते हैं। राई जैसे बहुत बारीक से दाने होते हैं और ये आपको किसी भी आयुर्वेदिक शॉप पर या किसी ग्रोसरी शॉप पर इसीलिए मिल जाएंगे।
तो आप इनको ले आइए, 2 से 3 तो अंजीर आप लेंगे, 8 से 10 मुनक्का दाख और 1 से 2 ग्राम खूबकलां,
इन को लेकर के आपको उबालना है। उबालने के बाद इसका पानी भी आप ठंडा करके पी सकते हैं और इन चीजों को चबाते चबाते खाना सुबह शाम यही सेम रोज आप लें आपके रिकवरी रेट बहुत ज्यादा फास्ट हो जाएगी।
अगर ये चीज अवेलेबल नहीं हो पाती तो आप घर में शहद और तुलसी को मिलाकर खा सकते हैं। इससे भी आपकी इम्यूनिटी और आपकी जो हेल्थ है वो जल्दी से जल्दी बढ़ने लगती है और आप रिकवर जल्दी से जल्दी हो जाते हैं।
तो अगर आपने किसी डॉक्टर को अभी तक नहीं दिखाया है आप मेडिसिंस नहीं ले रहे तो डॉक्टर को दिखा के एंटीबायोटिक्स का ट्रीटमेंट तो शुरू कर दीजिए। उसके साथ डाइट शुरू कीजिए और ये जो होम रेमेडीज है उसे ले लीजिए। आपकी रिकवरी जल्दी हो जाएगी।
उम्मीद करती हूँ आपके लिए ये जानकारी लाभदायक सिद्ध होगी



